ॐ गुरुपरमात्मने नमः

1.6   ब्रह्मज्ञानं कतिविधम्

ब्रह्मज्ञानं परोक्षं अपरोक्षं चेति द्विविधम्।

How many kinds of brahma jñāna are there

Brahma jñāna is of two kinds: parokṣa (indirect) and aparokṣa (direct).

ब्रह्मज्ञान कितनै प्रकारका है

उत्तर – ब्रह्मज्ञान। परोक्ष औ अपरोक्ष भेदतैं दो प्रकारका है ॥