ॐ गुरुपरमात्मने नमः

1.12   अपरोक्षब्रह्मज्ञानस्य कारणं किम्

गुरुमुखात् “तत्त्वमसि” इत्यादिमहावाक्यश्रवणात् अपरोक्षब्रह्मज्ञानं जायते॥

What is cause of aparokṣa brahma jñāna

śravaṇa of mahāvākyas (“tat tvam asi” etc.) from the guru is the cause of aparokṣa (direct) brahma jñāna.

अपरोक्षब्रह्मज्ञान किससे होवे है

उत्तर – गुरुके मुखसैं “तत्त्वमसि” आदिकमहावाक्यके श्रवणसैं अपरोक्षब्रह्मज्ञान होवै है॥